आशा करता हुँ आप को मेरी पहली कविता पसंद आए। आशा करता हुँ आप को मेरी पहली कविता पसंद आए।
तेरा न कोई रंग तेरा ना कोई रूप तू ही है छांव और तू ही है धूप !! तेरा न कोई रंग तेरा ना कोई रूप तू ही है छांव और तू ही है धूप !!
वो कभी नहीं आया,उम्मीद की रौनी पर बादल मँडराते रहे,और देह की गठरी छन्न-छन्न बुझती रही। वो कभी नहीं आया,उम्मीद की रौनी पर बादल मँडराते रहे,और देह की गठरी छन्न-छन्न बुझत...
ज़िन्दगी के हर मोड़ पर जब हम कुछ खो रहे होते हैं, तब साथ ही कुछ पा भी रहे होते हैं। इश्क़ भी इस से अछूत... ज़िन्दगी के हर मोड़ पर जब हम कुछ खो रहे होते हैं, तब साथ ही कुछ पा भी रहे होते हैं...
हर युग में सीता ने परीक्षा दी है, रावण पग पग पर फैले हैं, इनके दिल मैले हैं, कब होगा हर युग में सीता ने परीक्षा दी है, रावण पग पग पर फैले हैं, इनके दिल मैले है...
अब जो फ़िर मिले हो तो ज़रा पास तो बैठो ये शख्स कहां किसी को अपने पास बुलाता है, अब जो फ़िर मिले हो तो ज़रा पास तो बैठो ये शख्स कहां किसी को अपने पास बुलाता है,